संज्ञा, भाषा और व्याकरण के महत्वपूर्ण विषयों में एक हैं, संज्ञा किसी शब्द के लिए व्यक्त होता है, जो किसी व्यक्ति, वस्तु, जानवर, स्थान आदि का नाम होता हैं. इसलिए संज्ञा को 'नाम बताने वाला शब्द' के रूप में भी जाना जाता है. संज्ञा के मुख्यतः पांच भेद होते हैं जिनमे से एक भाववाचक संज्ञा भी हैं.
भाववाचक संज्ञा वैसे संज्ञा शब्द होते हैं, जिनमें भाव, विचार, समय आदि का बोध हो और जिन्हें नापा या तौला नहीं जा सकता है. उदाहरण के लिए, बचपन और सर्दी भाववाचक संज्ञाएँ हैं इन्हें अनुभव किया जा सकता हैं, लेकिन नापा या तौला नहीं जा सकता हैं.
आज के इस लेख में हम भाववाचक संज्ञा के 100 उदाहरण (Bhav vachak Sangya ke Udaharan) देखेंगे और इसे गहराई से समझने का प्रयास करेंगे.
भाववाचक संज्ञा के 100 उदाहरण - Bhav vachak Sangya ke Udaharan |
भाववाचक संज्ञा के 100 उदाहरण (Bhav vachak Sangya ke Udaharan)
प्यार | दुःख | आश्चर्य |
शोक | उत्साह | भय |
घृणा | सम्मान | संतोष |
आकुलता | विश्वास | द्वेष |
निराशा | भ्रम | अभिमान |
उदारता | अभिभावक | उन्माद |
अधिकार | आनंद | खुशी |
उदारता | समझ | नफरत |
आशा | भ्रष्टाचार | अविश्वास |
उद्दीपन | विश्वास | सफलता |
अवहेलना | सम्मोहन | दुश्मनी |
संवेदनशीलता | अभाव | उद्देश्य |
शिक्षा | समर्थन | अपमान |
शांति | विवाद | अपराध |
दया | गम्भीरता | उदारता |
आलस्य | गर्व | शोषण |
अभाव | समझ |
भाववाचक संज्ञा के 50 उदाहरण
खुशी | शोक | उन्माद |
भय | निराशा | आनंद |
संतुष्टि | उत्साह | अनुभव |
असमंजस | उद्देश्य | निष्कर्ष |
संयम | अभिवादन | समझ |
भ्रम | संशय | अस्थिरता |
दोष | वासना | आश्चर्य |
न्याय | निर्णय | उदासीनता |
साहस | स्वतंत्रता | प्रामाणिकता |
विचारशीलता | आवागमन | प्रेम |
आस्था | सम्पत्ति | निर्माण |
प्रगति | साहित्य | दरिद्रता |
अधीनता | संगीत | उत्पादन |
सुख | निर्दयता | समाधान |
प्रतिष्ठा | आत्मविश्वास | विश्राम |
यश | विभाजन | अभिप्रेत्य |
बचपन |
तो ये थे भाववाचक संज्ञा के 100 उदाहरण (Bhav vachak Sangya ke Udaharan). आशा करते हैं यह लेख आपको पसंद आया और कुछ नया सिखने को मिला होगा. आप हमारे वेबसाइट StudyFriend.in से जुड़ें रहकर और भी ज्ञानवर्धक लेख पढ़ सकते हैं.