संज्ञा और इसके भेद हिंदी भाषा और व्याकरण के महत्वपूर्ण विषय हैं, इसके बिना शब्दों को अच्छे से नहीं समझा जा सकता हैं। संज्ञा किसी व्यक्ति,वस्तु, जाति, जानवर, स्थान, भाव के नाम को कहते हैं, इसे सरल शब्दों में कहे तो हमारे आस पास जितने भी चीजें हैं उनके नाम को संज्ञा कहते हैं। संज्ञा के पांच भेद हैं, जिनमें से एक द्रव्यवाचक संज्ञा (Dravyavachak Sangya) भी है। पिछले कुछ लेखों में हमने संज्ञा के अन्य भेद जैसे भाववाचक संज्ञा, समूहवाचक संज्ञा, आदि को विस्तार से जाना।
आज के इस लेख में हम जानेंगे कि द्रव्यवाचक संज्ञा (Dravya Vachak Sangya) किसे कहते हैं साथ ही द्रव्यवाचक संज्ञा के 100+ उदाहरण भी देखेंगे।
द्रव्यवाचक संज्ञा किसे कहते हैं - Dravya Vachak Sangya Kise Kahate Hain
![]() |
द्रव्यवाचक संज्ञा (Dravya Vachak Sangya) किसे कहते हैं |
द्रव्यवाचक संज्ञा की परिभाषा - Dravya Vachak Sangya ki Paribhasha
द्रव्यवाचक संज्ञा के 10 उदाहरण - Dravya Vachak Sangya Examples
- पानी
- दूध
- हवा
- तेल
- घी
- लोहा
- सोना
- चाँदी
- दही
- चीनी
द्रव्यवाचक संज्ञा के 10 उदाहरण वाक्य - Dravya Vachak Sangya ke Udaharan Vakya
- आटे में नमक और मसाले मिलाकर पकौड़े बनाए जाते हैं।
- अनाज से रोटी, चावल, और अन्य खाद्य पदार्थ बनते हैं।
- तांबा एक मूल्यवान धातु है।
- पानी जीवन का आधार है।
- दूध से दही, पनीर, और अन्य खाद्य पदार्थ बनते हैं।
- हवा से पौधों को ऑक्सीजन मिलती है।
- तेल से खाना पकाया जाता है।
- घी से रोटी, सब्जी, और अन्य व्यंजन बनाए जाते हैं।
- लोहे का उपयोग औजार बनाने के लिए भी किया जाता है।
- सोने से गहने, सिक्के, और अन्य वस्तुएं बनाई जाती हैं।
द्रव्यवाचक संज्ञा के 100+ उदाहरण - Dravya Vachak Sangya ke 100+ Udaharan
पानी | दूध | तेल |
घी | लोहा | सोना |
चांदी | दही | चीनी |
गेहूँ | चावल | फल |
रसायन | लोहा | ताँबा |
पीतल | एल्युमिनियम | स्टील |
जस्ता | निकल | क्रोमियम |
हवा | ऑक्सीजन | कार्बन डाइऑक्साइड |
नाइट्रोजन | हीलियम | मीथेन |
अमोनिया | सल्फर डाइऑक्साइड | क्लोरीन |
हाइड्रोजन | आटा | चावल |
दाल | मसाले | सब्जियाँ |
फल | दूध | दही |
पनीर | चीनी | तेल |
घी | गैस | धुआँ |
धूल | कोयला | ईंधन |
दवा | हिरा | उन |
पेट्रोल | मिट्टी | कॉफ़ी |
चाय | सीमेंट | रबर |
धातु | प्लास्टिक | स्याही |
सीसा | मार्बल | जुट |
कागज | स्टील | अम्ल |
क्षार | सूती | केरोसिन |
पेट्रोल | इत्र | वर्षा |
पत्थर | बालू | त्वचा |
द्रव्यवाचक संज्ञा का प्रयोग
1. कर्ता के रूप में
- पानी पीना अच्छा है।
- दूध पीने से शरीर को ताकत मिलती है।
- तेल लगाने से बाल मुलायम होते हैं।
- घी बनाना एक कठिन काम है।
2. कर्म के रूप में
- मैंने पानी पिया।
- उसने दूध उबाला।
- उसने घी बनाया।
3. विषय के रूप में
- पानी एक तरल पदार्थ है।
- दूध एक पौष्टिक पदार्थ है।
- तेल एक ज्वलनशील पदार्थ है।
- घी एक खाद्य पदार्थ है।
4. अधिकरण के रूप में
- पानी में तैरना
- दूध में चीनी डालना
- तेल में सब्जी पकाना
- घी में रोटी सेंकना
5. संबंध के रूप में
- पानी का घनत्व
- दूध का स्वाद
- तेल का तापमान
- घी का रंग
द्रव्यवाचक संज्ञा की विशेषताएँ
- द्रव्यवाचक संज्ञा का बहुवचन नहीं होता है।
- द्रव्यवाचक संज्ञा की मात्रा को व्यक्त करने के लिए इकाई, दर्जन, सैकड़ा, आदि जैसे शब्दों का प्रयोग किया जाता है।
- द्रव्यवाचक संज्ञा अगणनीय होती है और इन्हें ढेर के रूप में तोला या मापा जाता है।