हम चारों ओर जितने भी चीजें देखते है उनसब के नाम को संज्ञा कहते हैं. इसलिए संज्ञा भाषा और व्याकरण का एक महत्वपूर्ण विषय हैं, इससे परीक्षा में भी कई सरे प्रश्न पूछें जाते हैं. संज्ञा का पूर्ण परिभाषा हैं: किसी व्यक्ति, वस्तु, जानवर, स्थान, भाव, दिन, महिना, आदि के नाम को संज्ञा कहते हैं. संज्ञा के सामान्यतः पांच भेद हैं:- व्यक्तिवाचक, जातिवाचक, भाववाचक, समूहवाचक, द्रव्यवाचक संज्ञा.
आज के इस लेख में हम व्यक्तिवाचक, जातिवाचक, भाववाचक संज्ञा के उदाहरण देखेंगे और इन्हें विस्तार से समझने का प्रयास करेंगे.
व्यक्तिवाचक, जातिवाचक, भाववाचक संज्ञा के उदाहरण
व्यक्तिवाचक, जातिवाचक, भाववाचक संज्ञा के उदाहरण |
व्यक्तिवाचक संज्ञा के उदाहरण
वैसे संज्ञा जो किसी खास एक व्यक्ति, वस्तु, जानवर, दिन, स्थान का बोध करता हो उसे व्यक्तिवाचक संज्ञा कहते हैं. उदाहरण के लिए:-
- मोहन
- रोहित
- अनन्या
- रीना
- सोमवार
- दिल्ली
- अयोध्या
- गंगा
- मानसरोवर
- हिमालय
व्यक्तिवाचक संज्ञा के उदाहरण वाक्य
- मोहन एक अच्छा लड़का है
- रोहित को क्रिकेट खेलना पसंद है
- अनन्या और रीना क्लास फ्रेंड हैं
- स्कूल रविवार को बंद रहता है
- इस सोमवार को शिवरात्रि है
- दिल्ली एक प्रसिद्ध नगर है
- श्रीराम की जन्मभूमि अयोध्या है
- गंगा एक पवित्र नदी है
- मानसरोवर साधू संतो का प्रमुख स्थल रहा है
- हिमालय की पर्वत श्रृंखला सबसे बड़ी श्रृंखला है
जातिवाचक के उदाहरण
वैसे संज्ञा जो किसी व्यक्ति, वस्तु, जानवर या स्थान के सम्पूर्ण जाति का बोध कराये उसे जातिवाचक संज्ञा कहते है. उदाहरण के लिए:-
- आदमी
- लड़का
- औरत
- युवा
- गाय
- खरगोश
- शहर
- पुस्तक
- दिन
- कलम
जातिवाचक के उदाहरण वाक्य
- आदमी मरणशील होता है
- राम एक लड़का है
- सीता एक औरत है
- सोहन युवा है
- गाय घास खाती है
- खरगोश को गाजर खाना पसंद है
- शहर के लोग शिक्षित होते है
- पुस्तक पढ़ना एक अच्छी आदत है
- आज का दिन मंगलवार है
- कलम से हमलोग पत्र लिखते है
भाववाचक के उदाहरण
जिस संज्ञा से किसी वस्तु या व्यक्ति के गुण,धर्म और स्वभाव का बोध हो उसे भाववाचक संज्ञा कहते है. उदाहरण के लिए :-
- चतुराई
- मिठास
- दया
- लिखावट
- मित्रता
- दुख
- अच्छाई
- बुराई
- भलाई
- करुणा
भाववाचक संज्ञा के उदाहरण वाक्य
- राम ने चतुराई दिखाई
- आम में बहुत मिठास भरा होता है
- दया ही धर्म है
- उसकी लिखावट बहुत ही अच्छी है
- गौतम और मोहन के बीच गहरी मित्रता है
- दुःख से निवारण के लिए ज्ञान का मार्ग चुनना चाहिए
- अच्छाई से ही सबका दिल जीता जा सकता है
- जिस व्यक्ति में बुराई हो वह कभी खुश नहीं रह सकता है
- एक सच्चे वीर सबका भलाई करते है
- पिता करुणा के सागर होते हैं
>> भाववाचक संज्ञा के 100 उदाहरण पढ़ें...
अक्सर पूछें जाने वाले प्रश्न (FAQs)
1. संज्ञा किसे कहते है?
- संज्ञा वह शब्द है जो किसी व्यक्ति, वस्तु, जानवर, स्थान, भाव, दिन, महिना, आदि के नाम को प्रकट करता है.
2. संज्ञा के कितने प्रकार होते हैं?
- संज्ञा के पांच प्रकार होते हैं: व्यक्तिवाचक, जातिवाचक, भाववाचक, समूहवाचक, और द्रव्यवाचक संज्ञा.
3. व्यक्तिवाचक संज्ञा का क्या अर्थ है?
- व्यक्तिवाचक संज्ञा वह है जो किसी व्यक्ति, वस्तु, जानवर, स्थान का नाम प्रकट करता है, जैसे मोहन और दिल्ली.
4. जातिवाचक संज्ञा किसे कहते है?
- जातिवाचक संज्ञा वह है जो किसी व्यक्ति, वस्तु, जानवर, या स्थान की पूरी जाति का नाम व्यक्त करता है, जैसे आदमी और गाय.
5. भाववाचक संज्ञा का क्या मतलब होता है?
- भाववाचक संज्ञा वह है जो किसी वस्तु या व्यक्ति के गुण, धर्म, और स्वभाव को दर्शाता है, जैसे चतुराई और मित्रता.
6. क्या आप व्यक्तिवाचक, जातिवाचक, और भाववाचक संज्ञा के उदाहरण दे सकते हैं?
- इनके उदाहरण हैं:
- व्यक्तिवाचक: मोहन, दिल्ली, सोमवार
- जातिवाचक: आदमी, गाय, शहर
- भाववाचक: चतुराई, मित्रता, दुख
7. क्या आप कुछ वाक्य दे सकते हैं जिनमें व्यक्तिवाचक, जातिवाचक, और भाववाचक संज्ञाएँ हो?
- यहां कुछ वाक्य हैं:
- व्यक्तिवाचक: मोहन एक अच्छा लड़का है।
- जातिवाचक: आदमी मरणशील होता है।
- भाववाचक: दया ही धर्म है।
समापन
संक्षेप में कहें तो संज्ञा व्याकरण का एक महत्वपूर्ण विषय हैं, इसके मुख्यतः पांच भेद व्यक्तिवाचक, जातिवाचक, भाववाचक, समूहवाचक, द्रव्यवाचक संज्ञा हैं. आज के इस लेख में हमने व्यक्तिवाचक, जातिवाचक, भाववाचक संज्ञा के उदाहरण को देखा और इन्हें विस्तार से समझने का प्रयास किया.
आशा करते है कि आज का यह लेख "व्यक्तिवाचक, जातिवाचक, भाववाचक संज्ञा के उदाहरण" आपको पसंद आया और आपने कुछ नया सिखा. आप भाववाचक संज्ञा के 100 उदाहरण को देख सकते है और आपने ज्ञान को बढ़ा सकते हैं. इस लेख को अपने दोस्तों और सहपाठियों के साथ शेयर करना न भूलें...धन्यवाद!!!