काल किसे कहते हैं? इसकी परिभाषा, भेद और उदाहरण - Study Friend

काल किसे कहते हैं? इसकी परिभाषा, भेद और उदाहरण

Ramesh Kumar Verma

काल का अर्थ समय से है, काल पूर्ण रूप से समय पर निर्भर करता है। काल हिंदी व्याकरण का एक महत्वपूर्ण विषय है, जो किसी कार्य के होने की समय तथा परिस्थितियों का बोध का करता हो। काल समय के साथ क्रिया पर पूर्ण रूप से निर्भर करता है। 

इस ब्लॉग में शामिल है:- 

  • काल की परिभाषा 
  • काल के भेद 
  • भुत काल 
  • भुत काल के भेद 
  • वर्तमान काल 
  • वर्तमान काल के भेद 
  • भविष्य काल 
  • भविष्य काल के भेद 
  • काल के उदहारण 
  • काल से जुड़े महत्वपूर्ण प्रश्न
काल किसे कहते हैं? इसकी परिभाषा, भेद और उदाहरण
काल किसे कहते हैं? इसकी परिभाषा, भेद और उदाहरण


काल की परिभाषा (Tense)

क्रिया के जिस रूप से समय का बोध होता है, उसे काल कहते है। जो किसी कार्य के होने की समय तथा परिस्थितियों का बोध का करता हो, उसे काल कहते है। दूसरे शब्द में कहा जाए तो काल का अर्थ समय से है।

उदाहरण -

  • अजय दोस्तों के साथ वारानाशी गया था।
  • सोनाली पढ़ रही है।
  • रमेश कल लक्षद्वीप जाएगा।

दिए गए उदाहरण में रंगीन शब्द अलग-अलग समय पर किये गए कार्य को दर्शाता है। पहले वाक्य में, कार्य बीते समय में हो चूका है। दूसरे वाक्य में, कार्य उसी समय हो रहा है। तीसरे वाक्य में, कार्य को आने वाले समय में किए जाने वाले कार्य के बारे में बताया गया है।

काल के प्रकार (Types of Tense)

काल के तीन भेद है:-

  1. भूतकाल
  2. वर्तमान काल 
  3. भविष्य काल 

1. भूतकाल (Past Tense)

जिसमे कार्य के हो जाने पर समय के बीत जाने का बोध हो, उसे भूतकाल कहते है। जिससे क्रिया के कार्य को समाप्त होने का बोध हो, वह क्रिया भूतकाल कहलाती है। उदाहरण:-

  • वह पढ़ता था। 
  • वह सोता था। 
  • हम जा रहे थे।  
  • वह खो गया था। 
  • वह खेल चूका था। 
  • वह खा चूका था। 
  • रमेश लक्षद्वीप गया था। 
  • सोनाली दिल्ली गई थी। 
  • नानी कहानी सुना रही थी। 
  • राम ने रावन का वध किया था।

दिए गए वाक्य में बीते हुए समय की क्रिया के बारे में बता रहे है। भूतकाल की पहचान वाक्य के अंत में आये था, थी, थे से की जा सकती है। 

भूतकाल के भेद:-

भूतकाल के (6) छः भेद है:-

  1. सामान्य भूत
  2. आसन्न भुत 
  3. संदिग्ध भुत 
  4. पूर्ण भुत 
  5. अपूर्ण भुत 
  6. हेतुहेतुमद भुत 

सामान्य भूतकाल (Simple Past Tense): -

जिससे भूतकाल की क्रिया के विशेष समय का ज्ञान ना हो उसे सामान्य भूतकाल कहते है। इससे क्रिया के समाप्त हो जाने का बोध होता है। 

उदाहरण : 

  • मैने खाया। 
  • वह रोया। 
  • मैने देखा। 
  • सीता गई। 
  • श्री राम ने रावन को मारा। 

आसन्न भूतकाल (Recent Past Tense): -

इससे क्रिया के तुरंत समाप्त होने का बोध होता है ,उसे आसन्न भूतकाल कहते है। क्रिया के जिस रूप से यह पता चले कि क्रिया अभी कुछ समय पहले ही पूर्ण हुई है, उसे आसन्न भूतकाल कहते है। 

उदाहरण

  • गणेश अभी सो कर उठा है। 
  • तुमने लिखा है।
  • वह रोया है। 
  • मैने देखा है। 
  • अध्यापिका पढ़ाकर आई है। 

संदिग्ध भूतकाल (Doubtful Past Tense): -

भूतकाल के जिस क्रिया के होने में संदेह होता है। या दूसरे शब्दों में कहे तो भूतकाल के जिस क्रिया से कार्य होने में अनिश्चतता अथवा संदेह होता हो वह क्रिया संदिग्ध भूतकाल कहलाती है।

उदाहरण -

  • वह रोया होगा। 
  • उसने लिखा होगा।
  • मैने देखा होगा। 
  • सोनाली सुन्दर होगी। 
  • राम दयालु होगा। 

उपर दिए गए वाक्यों में काम पूरा हुवा या नहीं इस बात पर संदेह हो रहा है इसलिए वह संदिग्ध भूतकाल की क्रिया है। 

पूर्ण भूतकाल (Past Perfect Tense): -

क्रिया के उस रूप को पूर्ण भूतकाल कहते है, जिससे क्रिया की पूर्ण समाप्ति का बोध हो, उसे पूर्ण भूतकाल कहते है। 

उदाहरण

  • मैने देखा था।
  • उसने लिखा था। 
  • वह रोया था। 
  • उसने साम को मारा था।
  • सम्राट अशोक शक्तिशाली थे। 

अपूर्ण भूतकाल (Past Continuous Tense): -

जिससे क्रिया की अपूर्णता का बोध हो उसे, अपूर्ण भूतकाल कहते है।

उदाहरण -

  • वह रोता था।
  • वह पढ़ता था। 
  • वह लिखता था। 
  • रमेश गीत गा रहा था। 
  • सीता सो रही थी। 

हेतुहेतुमद भूतकाल (Conditional Past Tense):-

इससे किसी कारणवश क्रिया की पूर्णता या अपूर्णता दोनों का बोध होता है, उसे हेतुहेतुमद भूतकाल कहते है। यदि भूतकाल के एक क्रिया के होने या ना होने पर दूसरी क्रिया का होना या ना होना निर्भर करता हो वह क्रिया हेतुहेतुमद भूतकाल की क्रिया है।

उदाहरण -

  • वह आता तो में जाता। 
  • यदि वर्षा होती तो फशल अच्छी होती। 
  • यदि तुमने परिश्रम किया होता तो पास हो जाते। 
  • यदि राम ने पत्र लिखा होता तो वह अवश्य आता। 
  • में सो लेता अभी तक।

2. वर्तमान काल (Present Tense)

जिससे क्रिया के वर्तमान समय में होने का ज्ञान हो, उसे वर्तमान काल कहते है। जेसे - 

  • वह पढ़ता है। 
  • तुम जा रहे हो। 
  • में लिखता हु। 
  • सीता सो रही है।
  • राधा के पास खीर है।

वर्तमान काल के भेद:-

वर्तमान काल के भेद है-

  1. सामान्य वर्तमान काल
  2. अपूर्ण वर्तमान काल
  3. पूर्ण वर्तमान काल
  4. संदिग्ध वर्तमान काल
  5. तात्कालिक वर्तमान काल
  6. संभाव्य वर्तमान काल

सामान्य वर्तमान काल (Simple Present Tense): -

क्रिया का वह रूप जिससे वर्तमान में होनेवाली सामान्य क्रिया का बोध होता है, उसे सामान्य वर्तमान काल कहते है। 

उदाहरण :-

  • वह जाता है। 
  • वह पढ़ता है।
  • बच्चे खिलोने से खेलते है। 
  • माली पोधे को पानी देता है। 
  • सोनाली कविता लिखती है। 

अपूर्ण वर्तमान काल (Present Continuous Tense):-

क्रिया के जिस रूप से यह ज्ञात होता हो कि वर्तमान समय में कार्य पूर्ण नहीं हुआ है बल्कि अभी तक वह कार्य हो ही रहा है, उसे अपूर्ण वर्तमान काल कहते है। 

उदाहरण :-

  • वह खाना खा रहा है। 
  • वह नाच रही है। 
  • लड़के स्कूल में शोर मचा रहे है। 
  • पंछी आकाश में चहचहा रहे है। 
  • आरती जा रही है। 

पूर्ण वर्तमान काल (Present Perfect Tense): -

क्रिया के जिस रूप से कार्य वर्तमान समय में अभी अभी पूर्ण हुआ होता है, उसे पूर्ण वर्तमान काल कहते है।

उदाहरण :-

  • गणेश विद्यालय जा चूका है। 
  • पुलिस यहाँ से जा चुकी है। 
  • बालक शोर मचा चुके है।
  • आरती सो चुकी है।
  • सोनाली खाना खा चुकी है।

संदिग्ध वर्तमान काल (Doubtful Present Tense):-

क्रिया के जिस रूप से वर्तमान में होनेवाली कार्य में संदेह का बोध होता है , उसे संदिग्ध वर्तमान काल कहते है।

उदाहरण :-

  • वह जाता होगा। 
  • सीमा पढ़ती होगी।
  • आरती खुश होगी।
  • शायद वह जाता होगा।
  • सोनाली सोती होगी।

तात्कालिक वर्तमान काल :-

क्रिया के जिस रूप से क्रिया के तुरंत और लगातार होने का बोध हो, उसे तात्कालिक वर्तमान काल कहते है। 

उदाहरण :-

  • वह जा रहा है। 
  • गणेश पढ़ रहा है। 
  • हम सो रहे है। 
  • मैं लिख रहा हूँ।
  • राम गा रहा है। 

संभाव्य वर्तमान काल (Present Conjunctive Tense): -

वर्तमान काल में काम के पूरा होने की संभावना होती है, उसे संभाव्य वर्तमान काल कहते है। 

उदाहरण :-

  • वह लोटा हो। 
  • उसने खाया हो। 
  • वह गया हो। 
  • वह दोड़ते हो। 
  • वह आया हो। 

3. भविष्य काल (Future Tense)

जिससे क्रिया के भविष्य में होने का बोध हो , उसे भविष्य काल कहते है। क्रिया के जिस रूप से काम का आने वाले समय के बारे में पता चलता हो, उसे भविष्य काल कहते है।

उदाहरण :-

  • वह जायेगा।
  • मैं पढूंगा।
  • राम रावन को मारेगा। 
  • वह कल घर जायेगा।
  •  मैं समय पर काम पूरा कर लूँगा।

भविष्य काल का पहचान वाक्य में अंत में आए गा , गे , गी  से होता है।

भविष्य काल के भेद :-

भविष्य काल के तीन भेद है, जो नीचे दिए गए है - 

  • सामान्य भविष्य काल 
  • संभाव्य भविष्य काल 
  • हेतुहेतुमद भविष्य काल 

सामान्य भविष्य काल (Simple Future Tense): -

इससे भविष्य में किसी साधारण क्रिया के होने का बोध होता है , उसे सामान्य भविष्य काल कहते है।

क्रिया जिस रूप से उसके भविष्य के सामान्य ढंग का पता चलता है , वह सामान्य भविष्य काल की क्रिया कहलाती है।

उदाहरण :

  • मैं पढूँगा।
  • वह घर जायेगा।
  • रमेश अखबार बेचेगा।
  • बच्चे फुटबॉल खेलेगा।
  • सोनाली कल मुझसे जरुर मिलेगी।

संभाव्य भविष्य काल (Doubtful Future Tense): -

इसमे भविष्य में होनेवाले किसी क्रिया की सम्भावना का बोध हो, उसे संभाव्य भविष्य काल कहते है।

क्रिया के जिस रूप से उसके भविष्य में होने की सम्भावना का पता चलता हो, वह क्रिया संभाव्य भविष्य काल कहते है।

 उदाहरण :

  • मैं खाऊ
  • शायद चोर पकड़ा जाए।
  • परीक्षा में शायद मुझे अच्छे अंक प्राप्त हो।
  • हो सकता है कि कल वहा सोनाली जाए।
  • शायद कल में अमीर बन जाऊ।

हेतुहतुमद भविष्य काल (Conditional Future Tense): -

क्रिया के जिस रूप से एक कार्य के पूर्ण होना दुसरे आने वाले समय की क्रिया पर निर्भर करता हो, उसे हेतुहेतुमद भविष्य काल कहते है।

उदाहरण :

  • जो कमाए सो खाए।
  • वह जाए तो में आऊ।
  • वह कमाए तो में खाऊ।
  • वह आए तो में जाऊ।

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